विद्यालय के नियम :

1. आप विद्यालय ठीक समय पर पहुँचे। विद्यालय पहुँचने के पश्चात् आप अपनी कक्षा में चली जाये और प्रथम घंटी तक अध्ययन करें। विद्यालय अहाते में व्यर्थ उचित नहीं है। इन बुरी आदतों से बचें । घूमना, शोर मचाना

2. घंटी बजते ही आप वर्ग छोड़ दें। प्रार्थना सभा के लिए निर्दिष्ट स्थान पर पंक्तिबद्ध हो जायें। समापन के पश्चात् आप पंक्ति में ही शांति से वर्ग में चली जाएँ। विषयानुसार पुस्तक निकालें एवं शिक्षिका की प्रतीक्षा करें ।​

3. आना प्रत्येक छात्रा के पास दो सेट विद्यालय पोशाक और एक सेट पी.टी. ड्रेस होना है, और प्रतिदिन स्वच्छ गणवेश में जरूरी है। किसी भी प्रकार का श्रृंगार वर्जित है।​

4. हर एक छात्रा को अपना टिफिन तथा पानी का बोतल लाना जरूरी है।

5. प्रत्येक सावधिक परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर ही वार्षिक प्रोन्नति दी जायेगी। अतः सावधिक परीक्षा में सम्मिलित होना अनिवार्य है। सावधिक परीक्षा के प्रगति-पत्र पर छात्राएँ अभिभावक का हस्ताक्षर अनिवार्य रूप से करा लें।​

6. प्रत्येक छात्रा को प्रति दिन अपनी डायरी अपने साथ लेकर विद्यालय आना है। अध्ययन काल में प्रधानाध्यापिका की अनुमति के पश्चात् ही

7. अभिभावक शिक्षिकाओं तथा छात्राओं से मिल सकते हैं तथा कोई भी छात्रा प्रधानाध्यापिका की अनुमति के बिना वर्ग तथा विद्यालय प्रांगण नहीं छोड़ सकती है ।​

8. जो छात्राएँ विद्यालय में विलम्ब से पहुँचती है वे प्रार्थना के समय पंक्ति में घुसने का प्रयास न करें। प्रार्थना समाप्त होने के पश्चात् वर्ग शिक्षिका से अपनी डायरी में विलम्ब का कारण देकर हस्ताक्षर कराने के पश्चात् ही वर्ग में प्रवेश करें। अगर बार-बार विलम्ब से पहुँचती है तो तीसरी बार अभिभावक को प्रधानाध्यापिका से भेंट करना अनिवार्य है।​

9. ऐसी कोई भी छात्रा शारीरिक अस्वस्थता के कारण खेल-कूद में भाग नहीं ले सकती उन्हें डाक्टर का प्रमाण-पत्र देने के बाद ही बरी किया जायेगा ।​

10. माता-पिता एवं अभिभावक के लिखित आवेदन पत्र के बिना छात्राएँ विद्यालय में अनुपस्थित न रहें ।​

11. विद्यालय की सम्पत्ति के नष्ट किये जाने पर छात्राएँ उसकी क्षतिपूर्ति करेंगी ।​

12. विद्यालय परिसर एवं वर्ग को स्वच्छ रखें। कागज के टुकड़ों को इधर-उधर न फेकें, स्याही न छिड़कें, चप्पल घसीटते हुए न चलें ।
 
13. छात्राएँ शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को किसी भी अवसर पर उपहार न दें ।
 

14. छात्राओं को विद्यालय प्रांगण में उपहार लाना एवं एक दूसरे को देना दण्डणीय है ।

15. विद्यालय फुलवारी की रक्षा करें। फूल, पत्ते, पौधे तोड़कर उन्हें नष्ट न करें ।

16. खाने की सामग्री घर से लावें। बाहर से सड़क पर खोमचे वालों से खाद्य सामग्री खरीदना निषेध है ।

17. विद्यालय के अनुशासन और नैतिकता के प्रतिकूल किसी भी प्रकार का आचरण विद्यालय से निष्कासन का कारण होगा।

18. प्राचार्या की आज्ञा के बिना किसी भी पत्र-पत्रिका विद्यालय में लाना मना है ।

19. खोये हुए सामान के प्रति विद्यालय उत्तरदायी नहीं होगा। ऐसा परामर्श दिया जाता है कि कीमती सामान विद्यालय में नहीं लावें ।

20. वर्ष के अन्त में घोषित परीक्षाफल अन्तिम होता है। उसपर पुनर्विचार नहीं किया जाता है।

21. जिन छात्राओं की उपस्थिति 80 प्रतिशत से कम होगी उनकी प्रोन्नति रोक दी जायेगी ।

22. विद्यालय केवल पठन-पाठन अवधि में छात्राओं के प्रति जिम्मेवार है।

23. कृपया दूरभाष के माध्यम से विद्यालय सम्बंधी बातें न करें।

24. ट्यूशन पाने वाली अधिकांश छात्राएँ वर्ग में ध्यान नहीं देती तथा गृह कार्य के लिए ट्यूशन पर निर्भर रह जाती है अतः माता-पिता से अनुरोध है कि जब तक अत्यावश्यक न हो ट्यूशन की व्यवस्था न करें और व्यवस्था के पूर्व प्राचार्या से इसकी अनुमति अवश्य लें।

25. अभिभावक समय-समय पर दिये जाने वाले प्रगति-पत्र में अंकित अंकों का ध्यान से अवलोकन करें और हस्ताक्षर करके समय पर लौटायें ।

26, अभिभावक से अनुरोध है कि अपने बच्चों की प्रगति के बारे में कभी-कभी वर्ग शिक्षिका अथवा प्रधानाध्यापिका से जानकारी लें ।

 

विशेष :- सभी ख्रीस्तीय छात्राओं के लिये धर्म शिक्षा होगी। अतः सभी ख्रीस्तीय छात्राओं को समय पर अनिवार्य रूप से उपस्थित होना है।